मदों में देखा गया है कि चावल, गेंहू आटा, मछली ताजा, बकरे का मांस दूध, देसी घी, प्याज, सब्जियों, चाय तैयार, बिजली प्रभार इत्यादि सूचकांक को बढ़ाने में सहायक रहे।
2.
यह उस धन को प्रदर्शित करता है जो कच्चे माल को खरीदने, वेतन, मजदूरी, बिजली प्रभार आदि का भुगतान करने और माल की आपूर्ति और उसके बाद भुगतान प्राप्त करने के बीच के अंतराल में ऋण देने के लिए भी है ।
3.
राजस्थान में सौर ऊर्जा नीति के तहत सौर ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित करने वाले निवेशकों को सरकारी दरों की 10 प्रतिशत रियायती दर पर सरकारी भूमि का आवंटन करने के प्रावधान के साथ ही कैप्टिव यूज करने पर बिजली प्रभार में राहत और निजी भूमि का रूपांतरण 10 प्रतिशत की दर से करने की व्यवस्था, सौर ऊर्जा परियोजनाओं को उद्योगों को दर्जा देते हुए इस क्षेत्र में अन्य उद्योगों के समान छूट एवं अनुदान, सौर उपकरणों एवं मशीनरी पर प्रवेश कर में छूट आदि सौर नीति की मुख्य विशेषताएं हैं।